नेपाल पुलिस ने एक भारतीय को लिया कब्जे में,
दैनिक सृजन न्यूज नेटवर्क
घटना सीतामढ़ी( बिहार )के सोनबरसा बॉर्डर इलाके के जानकीनगर गांव की है. भारत-नेपाल सीमा पर विवाद हुआ था, जिसके बाद नेपाल पुलिस की ओर से अंधाधुंध फायरिंग की गई जिसमें 4लोग घायल हो गए तथा एक भारतिय की मौत हो गई।प्राप्त सूचना के अनुसार सीतामढ़ी जिला अंतर्गत सोनबरसा थाना क्षेत्र की पिपरा परसाइन पंचायत के लालबंदी जानकी नगर बार्डर पर खेत में काम रहे लोगों पर नेपाल की सशस्त्र पुलिस ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जिसमे जानकी नगर टोले लालबंदी निवासी नागेश्वर राय के 25 वर्षीय पुत्र विकेश कुमार की मौत हो गई। जबकि, विनोद राम के पुत्र उमेश राम को दाहिने बांह में तथा सहोरबा निवासी बिंदेश्वर ठाकुर के पुत्र उदय ठाकुर को दायें जांघ में गोली लगी है।
नेपाली पुलिस ने गांव के वशिष्ठ राय के पुत्र लगन राय को अपने कब्जे में ले रखा है। वशिष्ठ भी गोली का शिकार हुआ है या नहीं, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। घायलाें को इलाज के लिए सीतामढ़ी रेफर किया गया है। फिलहाल बॉडर पर दोनों देश की पुलिस तैनात है। हालत तनावपूर्ण बनी हुई है। घटना नारायणपुर-लालबन्दी बॉडर की है। मृतक के पिता नागेश्वर राय ने बताया कि हमारी जमीन नेपाल में नारायणपुर में स्थित है। उसी जमीन पर खेत में मेरा पुत्र काम कर रहा था। अचानक नेपाली पुलिसबता ने फायरिंग शुरू कर दी। बता दें कि भारत और नेपाल के बीच सीमा को लेकर विवाद चल रहा है. नेपाली संसद ने इसको लेकर एक प्रस्ताव भी पारित किया है, जिसमें भारत के कई सीमावर्ती हिस्सों को नेपाल का बताया गया है. इसको लेकर दोनों देशों के बीच तनाव है.
नेपाल के नए नक्शे ने बिगाड़े संबंध
आपको बता दें, नेपाली संसद ने अपने नए नक्शे में भारत के कई सीमावर्ती के 395 वर्गकिलोमीटर हिस्से को नेपाल का बताया है इसके बाद से ही देशों के संबंध बिगड़ गए हैं. इन इलाकों में लिम्पियाधुरा, लिपुलेख, कालापानी, गुंजी, नाभी और काटी गांव शामिल हैं. नेपाल की तरफ से उठाए गए इस कदम के पर भारत की तरफ से कड़ी निंदा की गई है. इस मुद्दे पर देशों के बीच बातचीत कब होगी इस बारे में कहना मुश्किल है. वहीं नेपाली संसद ने नए नक्शे को मंजूरी दे दी है. नेपाल ने कोरोना काल में भारत को एक बड़ा झटका दिया है क्योंकि, इस समय भारत सरकार कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही है और ऐसे हालातों में नेपाल द्वारा उठाया गया कदम वाकई निंदनीय है.