
नई दिल्ली। सीमा पर जारी तनाव के बीच केंद्र सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लोकप्रिय ऐप टिकटॉक के बाद लोकप्रिय गेम PUBG समेत कुल 118 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाया गया है। इस बार जिन चीनी ऐप्स पर बैन लगाया गया है उनमें पबजी के अलावा वीचैट वर्क और वीचैट रीडिंग, ऐपलॉक, लिविक, कैरम फ्रेंड्स जैसे मोबाइल ऐप शामिल हैं। अब तक कुल 224 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया है।

इससे पहले सरकार ने 15 जून को 59 चीनी ऐप्स को बैन किया था। इसमें टिकटॉक और यूसी ब्राउजर जैसे लोकप्रिय ऐप शामिल थे। इसके बाद 47 ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया। वहीं चाइनीज ऐप्स को भारत में तीसरी बार बड़ा झटका लगा है। इसके जरिए सरकार ने चीन को बड़ा आर्थिक झटका दिया है।
लोकप्रिय गेम PUBG पर बैन को लेकर अभिभावकों ने खुशी जताई है। उनका कहना है कि यह ऐप बच्चों और युवाओं पर नशे की तरह असर करता है। इस लेकर देश में काफी संख्या में बच्चों ने आत्महत्या तक कर ली। सोशल मीडिया पर इस प्रतिबंध को लेकर खुशी जताई और मोदी सरकार का शुक्रिया अदा किया। कई अभिभावकों का यह भी कहना है कि इन ऐप पर बैन काफी पहले लगाया जाना चाहिए था। चाइनीज ऐप्स पर बैन को लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया कि ये सभी 118 मोबाइल ऐप्स भारत की संप्रभुता और अखंडता, रक्षा, सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा थे। भारतीय यूजर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन ऐप्स को बैन किया गया है।
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि इन ऐप्स के बारे में कई शिकायतें मिली थीं। हमें कई ऐसी रिपोर्ट्स मिली थीं कि एंड्रॉयड और iOS प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद कुछ मोबाइल ऐप यूजर्स के डेटा को चोरी कर रही हैं। उन्हें लगातार देश से बाहर स्थित सर्वर तक अवैध रूप से पहुंचा रहे हैं।आदेश में कहा गया है कि गृह मंत्रालय और इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंसर की ओर से भी इन ऐप्स पर बैन लगाने की मांग की गई थी।